रादौर, 11 सितंबर (कुलदीप सैनी) : क्षेत्र के गांव नाचरौन में आवर्धन नहर के पुल के समीप स्थित मंदिर के गेट पर सुबह के समय एक नवजात बच्चा थैले में बंधा हुआ मिला। सुबह जब मंदिर का पुजारी उठा तो उसने गेट पर बंधे थैले से किसी के रोने की आवाज सुनाई दी। उसने थैले को जांचा तो पुजारी के होश उड़ गए। उसमें एक नवजात बच्चा मौजूद था। जिसकी सूचना उसने तुरंत पुलिस को दी। पुलिस मौके पर पहुंची और नवजात को तुरंत रादौर के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया। जहां बच्चे को प्राथमिक उपचार व फिडिंग करवाकर यमुनानगर सिविल अस्पताल रैफर कर दिया गया। जहां नवजात शिशु केंद्र में बच्चे का ईलाज चल रहा है। बच्चा स्वस्थ बताया जा रहा है। पुलिस मामले की जांच में जुटी है। फिलहाल अंदाजा लगाया जा रहा है कि किसी कुंवारी मां ने इसे जन्म दिया है और अपना पाप छुपाने के लिए इसे मंदिर के गेट पर थैले में बांधकर लटका दिया।
मंदिर के पुजारी सुखपाल ने बताया कि सुबह जब वह उठा तो उसे किसी बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी। जब उसने जांच की तो उसने देखा कि मंदिर के गेट पर एक थैला लटका हुआ है और वह आवाज भी उसी थैले से आ रही है। उसने जब थैले को जांचा तो उसे एक नवजात दिखाई दिया। उसने आसपास तलाश की लेकिन कहीं कोई दिखाई नहीं दिया। जिसके बाद उसने मामले की सूचना पुलिस को दी। थाना प्रभारी संदीप कुमार ने बताया कि सूचना पर टीम मौके पर पहुंची थी और जिसके बाद वह तुरंत बच्चे को लेकर अस्पताल में पहुंचे। जहां से उसे प्राथमिक उपचार के बाद यमुनानगर रैफर कर दिया गया। अब बच्चे को नवजात शिशु केंद्र में भर्ती करवाया गया है। पुलिस मामले की जांच में जुटी हुई है जांच के बाद ही मामले में आगामी खुलासा हो सकेगा।
सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रादौर के एसएमओ डॉ. विजय परमार ने बताया कि पुलिस एक नवजात को लेकर पहुंची थी, जिसका वजन करीब 900 ग्राम है। प्राथमिक दृष्टया में बच्चा करीब 6 से 7 महीने का गर्भ प्रतीत हो रहा है। बच्चा स्वस्थ था जिसे फीडिंग कराने के बाद यमुनानगर रैफर किया गया है।