रादौर, 13 जुलाई (कुलदीप सैनी) : श्री दंडी स्वामी आश्रम नागेश्वर धाम पक्का घाट पर गुरु पूर्णिमा के अवसर पर आयोजित की जा रही 7 दिवसीय श्री राम कथा का विधिवत समापन हो गया। समापन अवसर पर गुरु पूर्णिमा के दिन सुबह गुरु पूजन हुआ। जिसमें हजारों की संख्या में श्रद्धालुओं ने भाग लिया। जिसके बाद विशाल भंडारे का आयोजन किया गया। जिसमें हजारों श्रद्धालुओं ने भंडारे का प्रसाद ग्रहण किया।
इस अवसर पर स्वामी महेशाश्रम महाराज ने कहा कि शिष्य एक गीली मिट्टी की तरह होता है और गुरु उसे कुम्हार की तरह चाक पर रखकर आकार देता है। जीवन में गुरु का भगवान से भी ऊपर स्थान है। गुरु ही वह इंसान है जो शिष्य के जीवन में फैले अंधकार को ज्ञान के प्रकाश से भरते हैं। गुरु पूर्णिमा पर सदियों से गुरु से आशीर्वाद लेने की परंपरा चली आ रही है। इस दिन लोग अपने गुरुजनों के चरण स्पर्श कर आशीर्वाद लेते हैं। कहा जाता है कि इसी दिन पुराणों के रचयिता महर्षि वेदव्यास का अवतरण हुआ था, इसलिए इसे व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है।