रादौर, 1 अप्रैल (कुलदीप सैनी) : पिछले एक वर्ष से पंचायते भंग होने के कारण जहां गांव में विकास कार्य प्रभावित हो रहे है, वही ग्रामीणों को अन्य समस्याओं के हल न होने से परेशानी झेलनी पड़ रही है। उपमंडल रादौर के कई गांव में लाखों रुपए खर्च कर गलियों को रोशन करने के लिए लगाई गई ज्यादातर स्ट्रीट लाइट्स खराब होने के कारण बंद पड़ी है। लम्बे समय से इन खराब पड़ी स्ट्रीट लाइट्स को ठीक न करवाए जाने के कारण आज ये ग्रामीणों के लिए शोपीस बनकर रह गई है।
गांव पोटली, बरसान, ठसका, जठलाना, अलाहर सहित कई अन्य ऐसे गांव है, जिनमें लम्बे समय से ज्यादातर स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी है। क्षेत्र निवासी अमरदीप, कर्मबीर, मुनीश, रमन,राजेश आदि ने बताया कि लाइट बंद होने से गलियों में रात के समय गलियों में अंधेरा छा जाता है। जिस कारण गली से गुजरने में परेशानी होती है, वही लाइट बंद होने से चोरी की वारदातें बढ़ रही हैं। पंचायतों का कार्यकाल समाप्त हुए एक वर्ष से ज्यादा का समय बीत चुका है। अब पंचायतों की बागडोर प्रशासन के हाथों में है। ऐसे में स्थानीय लोगों ने प्रशासन से बंद पड़ी इन स्ट्रीट लाइट्स को ठीक कर चालू किये जाने की मांग की है।