रादौर, 23 दिसंबर (कुलदीप सैनी) : क्षेत्र के गांव राझेड़ी निवासी एक व्यक्ति ने जिला पुलिस अधीक्षक को शिकायत देकर आरोप लगाया कि करीब साढ़े तीन महीने पहले उसके खेत से हुई महंगी कीटनाशक दवाइयों की चोरी में जठलाना पुलिस ने शिकायत देने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं की। कार्रवाई के नाम पर पुलिस ने उनसे पैसे की डिमांड की। पैसे की डिमांड पूरी न करने पर आज भी उसकी शिकायत दर्ज नहीं हुई है। शिकायतकर्ता ने मांग की है कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच करवाई जाए और पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ भी ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाए।
राझेड़ी निवासी दिनेश कुमार ने बताया कि फिलहाल वह अपने परिवार के साथ रादौर में रह रहा है, लेकिन उसकी खेतीबाड़ी का कार्य गांव में ही है। उसके पास एक व्यक्ति बतौर नौकर खेतीबाड़ी का कार्य करता था और अपने परिवार सहित उसके खेतों में ही रहता था। मैनें अपने खेत में बने कमरों में कीटनाशक दवाइयां, खाद, बीज इत्यादि रखा हुआ था। जिसका प्रयोग वह अपनी खेती में करता है। 31 जुलाई को वह शाम के समय अपने खेतों का कार्य देखकर रादौर आ गया। जिसके बाद उसके नौकर ने कमरे का ताला तोड़कर वहां रखी 34 बोतल कोराजन दवाई की चोरी कर ली। जिनकी कीमत करीब एक लाख 70 हजार रूपए है। चोरी की सूचना उसे सुबह के समय लगी। उसका नौकर चोरी के बाद वहां से परिवार सहित गायब हो गया। मैंने उसे फोन किया लेकिन उसे फोन नहीं उठाया। इसकी शिकायत उसने 1 अगस्त को थाना जठलाना में दी। लेकिन बार बार चक्कर लगाने के बाद भी उसकी शिकायत पर पुलिस ने अब तक कोई कार्रवाई नहीं की। वह एक बार फिर उनके पास गया तो थाना प्रभारी व मुंशी ने कार्रवाई के नाम पर उससे पैसे की मांग की। जब मैने पैसे देने में असमर्थता जताई तो उन्होंने कार्रवाई आगे बढ़ाने से मना कर दिया। शिकायतकर्ता का कहना है कि चोरी के कारण उसे पहले ही नुकसान हो चुका है। लेकिन पुलिस कार्रवाई करने के बजाए उससे ही पैसे मांग रही है। उन्होंने मांग की कि उसकी शिकायत पर कार्रवाई कर उसकी दवाइयां उसे वापस दिलवाई जाए और पैसे की डिमांड करने वाले पुलिस कर्मचारियों के खिलाफ ठोस कार्रवाई अमल में लाई जाए। अगर उसे न्याय नहीं मिला तो वह गृहमंत्री अनिल विज के सामने अपनी शिकायत दर्ज करवाकर न्याय की मांग करेगा।
वही इस बारे जब थाना जठलाना प्रभारी संदीप कुमार से बात की गई, तो उन्होंने बताया कि मामला कल ही उनके संज्ञान में आया था। उन्होंने शिकायतकर्ता को मामले से संबंधित प्रमाण लेकर आज आने को कहा था। लेकिन वह आज उनके पास नहीं आए। पैसे मांगने के आरोप निराधार है। अगर किसी अन्य कर्मचारी ने पैसे मांगे है तो वह इसकी जांच करेगें।