रादौर, 28 जून (कुलदीप सैनी) : ज्योतिबा फुले राजकीय महाविद्यालय रादौर के रक्षा अध्ययन विभाग की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रिंकू को अफ्रीकन मून यूनिवर्सिटी ने डॉक्टर ऑफ लेटर्स (डी लिट्) की मानद उपाधि देकर सम्मानित किया है। इसी दौरान उन्हें अमेरिकन काउंसिल की ओर से इनोवेटिव अकैडमिशियन अवार्ड से भी नवाजा गया। परमबलुरु में आयोजित हुए दीक्षांत समारोह में डॉ. रिंकू को यह डिलीट अवॉर्ड सैंट मार्टिन्स सेंटर फॉर रिसर्च एंड एक्रीडिटेशन कमीशन मेलबर्न आस्ट्रेलिया के विशेषज्ञ सदस्य प्रोफेसर डॉ. आर.सिवारामन,कैलिफोर्निया पब्लिक यूनिवर्सिटी यूएसए के डीन पब्लिक रिलेशन प्रोफेसर डॉ. रघुनाथ पराक्कल,आईसीईआरटी के चेयरमैन डॉ. एस. के.सिंहमार, सीईओ डॉ. एन. राजेश रामदास व डीके इंटरनेशनल रिसर्च फाउंडेशन के मुख्य वित्त अधिकारी के.पी. मुरूगेशन ने प्रदान किया।महाविद्यालय के प्राचार्य डॉ. राजेन्द्र कुमार ने खुशी जताते हुए डॉ. रिंकू को बधाई दी। उन्होंने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र की सबसे बड़ी डिग्री मिलने से जहाँ प्रेरणा मिलती है वहीं अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर महाविद्यालय का गौरव बढ़ा है। रक्षा अध्ययन विषय की असिस्टेंट प्रोफेसर डॉ. रिंकू की महाविद्यालय की एनएसएस यूनिट की प्रभारी भी है। साथ ही मीडिया प्रभारी का दायित्व भी निभा रही है। डीलिट की मानद उपाधि ग्रहण करने से पहले डॉ. रिंकू ने इंडो-अमेरिकन अंतराष्ट्रीय सम्मेलन में अपनी भागीदारी सुनिश्चित करते हुए सम्मेलन के तकनीकी सत्र में’भारत में शरणार्थी समस्या’ विषय पर अपना शोध पत्र भी प्रस्तुत किया। ज्ञात रहे कि डॉ. रिंकू के शिक्षा के क्षेत्र में योगदान को देखते हुए इंटरनेशनल काउंसिल फॉर एजुकेशन रिसर्च एंड ट्रेंनिंग आजीवन सदस्यता मिल चुकी है। वहीं उन्हें शिक्षा रत्न अवॉर्ड व इंडो-ग्लोबल एजुकेशन एक्सीलेंस अवॉर्ड-2022 सहित विभिन्न सम्मान मिल चुके है।