रादौर, 15 सितंबर (कुलदीप सैनी) : टीबी की बीमारी के प्रति ग्रामीणों को जागरूक करने के लिए सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र नाहरपुर द्वारा गांव मंडोली में एक सामुदायिक बैठक का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसएमओ डॉ सुमिता संधु ने की। कार्यक्रम में ग्रामीणों को जानकारी देते हुए एसटीएस रविंद्र कुमार ने टीबी की बीमारी के बारे लोगों अवगत कराया। उन्होंने कहा कि दो हफ्तों से ज्यादा खांसी होना, शाम के समय बुखार होना, लगातार वजन कम होना, भूख कम लगना, रात को पसीना आना ये सब टीबी के लक्षण है। ऐसे लक्षणों वाले व्यक्ति को सरकारी अस्पताल में अपने बलगम की जांच करवानी चाहिए। सभी सरकारी अस्पतालों में टीबी की जांच व ईलाज मुफ्त किया जाता है। टीबी के मरीजों को निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपए प्रति माह दी जाती है। उन्होंने बताया कि केंद्र सरकार ने 2025 तक देश को टीबी मुक्त बनाने का लक्ष्य रखा है। यह तभी संभव है, जब हम सभी लोग जागरूक होंगे। इस अवसर पर आशा वर्कर किरण, मिथलेश, आंगनवाड़ी वर्कर सुनीता, रीटा, सुषमा व वीना रानी मौजूद रहे।