रादौर, 6 सितंबर (कुलदीप सैनी) : स्वास्थ्य विभाग की ओर से टी.बी उन्मूलन अभियान के तहत जागरूकता सेमिनार का आयोजन जेएमआईईटीआई कालेज में किया गया। जिसमें सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र रादौर के प्रवर चिकित्सा अधिकारी डॉ. विजय परमार ने बतौर मुख्यातिथि शिरकत की। जबकि कार्यक्रम की अध्यक्षता डॉ. निति ने की। कार्यक्रम में दंत चिकित्सक डॉ. पल्लवी मार्या व एसटीएस प्रिंस शर्मा भी विशेष रूप से मौजूद रहे। कार्यक्रम में संबंधित विषय पर एक निंबध प्रतियोगिता का आयोजन भी किया गया। जिसमें संस्थान के छात्रों ने बढ़चढ़ कर भाग लिया। प्रतियोगिता में श्रुति रावत ने सबसे सुदंर निबंध लिखकर पहला स्थान हासिल किया। जबकि संतोष शर्मा दूसरे व श्रुति कांबोज तीसरे स्थान पर रही। विजेताओं को पुरस्कार देकर सम्मानित किया गया।
डॉ. विजय परमार ने कहा कि भारत सरकार ने टीबी मुक्त अभियान को सफल बनाने के लिए 2025 का लक्ष्य रखा है जबकि हरियाणा सरकार ने इसे वर्ष 2023 में ही हासिल करने का लक्ष्य निर्धारित किया हुआ है। टीबी शरीर के किसी भी भाग में हो सकती है। दो सप्ताह से पुरानी खांसी, बलगम में खून आना, शाम के समय तेज बुखार, भूख में कमी, वजन में गिरावट, रात में ठंडा पसीना आना इसके लक्षण है। टीबी की बीमारी का इलाज सभी सरकारी अस्पतालों में निशुल्क किया जाता है। वहीं टीबी के मरीज को निक्षय पोषण योजना के तहत 500 रुपए की सहायता राशि दी जाती है। उन्होंने कहा कि टीबी के मरीज को अपनी दवा चिकित्सक के परामर्श अनुसार नियमित तौर पर लेनी चाहिए। दवाई को बीच में ही छोड़ देने से यह रोग घातक हो सकता है। अच्छे खानपान, योग, भीड़भाड़ वाले एरिया में मास्क का प्रयोग, घर के अंदर रोशनदान का प्रयोग कर इस बीमारी से बचा जा सकता है। इस अवसर पर कॉलेज के निदेशक डॉ. विवेक शर्मा, एचओडी उपासना सूद, डा. प्रेरणा गर्ग, प्रियंका कांबोज, मेघा व श्वेता इत्यादि मौजूद रही।