रादौर, 14 अक्तूबर (कुलदीप सैनी) : पंचायती चुनावों में चौधर की चाह रखने वाले उम्मीदवारों को फार्म भरने की प्रक्रिया पूरी करने में पसीने छूट रहे है। सबसे अधिक दिक्कत पुलिस वैरिफिकेशन व लैंड मोरगेज बैंक से नो ड्यूज प्रमाणपत्र लेने में आ रही है। जिसको लेकर उम्मीदवारों को यमुनानगर की दूरी तय करनी पड़ रही है लेकिन उसके बाद भी एक दिन में कार्य पूरा नहीं हो पा रहा है। लोगों का कहना है कि चुनाव आयोग व प्रशासन को चाहिए कि इस जटिल प्रक्रिया को सरल किया जाए ताकि चुनाव के इच्छुक व्यक्तियों को परेशानियों का सामना न करना पड़े।
विपिन कुमार, रामकुमार, रामेश्वर, प्रवीन, पंकज, विजय व सतीश ने बताया कि पहले पुलिस वैरिफिकेशन की जगह स्वयं का एक एफिडेविट फार्म के साथ लगाया जाता था जिसमें इच्छुक व्यक्ति अपने ऊपर दर्ज किसी भी प्रकार के मुकदमे व अन्य आपराधिक मामलों बारे जानकारी देता था। लेकिन इस वर्ष पुलिस वैरिफिकेशन प्रक्रिया को जटिल कर दिया गया है। जिसके लिए पहले ऑनलाइन आवेदन करने के बाद पुलिस अधीक्षक कार्यालय और फिर थाने की प्रक्रिया से गुजरना पड़ रहा है। वहां पर भीड़ होने के कारण उन्हें दो से तीन चक्कर लगाने के बाद भी उनका कार्य नहीं हो रहा है। वहीं लैंड मोरगेज बैंक से नो ड्यूज प्रमाण पत्र लेने के लिए भी उन्हें भागदौड़ करनी पड़ रही है। जबकि उन्हें ब्लाक स्तर पर अपने कर्मचारी बैठा कर यह कार्य करवाना चाहिए था जिससे उम्मीदवारों के लिए भी आसानी होती और कार्यालय में भी भीड़ कम होती। वहीं चुनाव आयोग की ओर से फार्म भरने के लिए जो शर्ते लगाई गई है वह भी पूरी तरह से क्लीयर नहीं है। जिससे लोग उनकी जानकारी जुटाने के लिए परेशान हो रहे है। अन्य कार्यालयों से नो ड्यूज का प्रमाण पत्र लेना भी ढेडी खीर बन रहा है। उनकी मांग है कि सभी कार्यालयों में इस कार्य के कर्मचारियों की संख्या बढ़ाई जाए ताकि आसानी से लोग अपना नो डयूज प्रमाण पत्र हासिल कर सके।