रादौर, 4 जुलाई (कुलदीप सैनी) : पहाड़ी व मैदानी क्षेत्रों में हुई बारिश के बाद यमुना नदी का जलस्तर भी बढ़ गया है। हथनी कुंड बैराज से यमुना नदी में 36559 क्यूसिक पानी निकला। जिसके बाद नगली घाट पर बना अस्थाई रास्ता भी पानी में बह गया। अस्थाई रास्ते के पानी में बह जाने से क्षेत्र के ग्रामीणों व किसानों की मुश्किलें बढ़ गई है। वहीं इससे अस्थाई रास्ते के निर्माण पर एक बार फिर से लाखों रूपए का खर्च करना होगा। स्थानीय निवासी सतनाम सिंह, शुभम, हरनाम, रामसिंह, पंकज, सर्वजीत, मनोज इत्यादि ने बताया कि यमुना नदी पार सैकड़ों किसानों की भूमि पड़ती है। जहां इन दिनों किसानों को गेंहू की फसल की रोपाई करनी है। यह किसान इसी अस्थाई रास्ते से होकर अपने खेतों में पहुंचते थे। लेकिन अब अस्थाई रास्ते के बह जाने से उन्हें भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ेगा। अपने खेतों तक पहुंचने के लिए उन्हें अब कई किलोमीटर का सफर तय करना होगा। जिससे उन पर अतिरिक्त खर्च पड़ेगा। दूसरी ओर ओवरब्रिज का निर्माण कर रही कंपनी को अपने कार्य के निपटान में भी देरी होगी और दोबारा रास्ता बनाने के लिए लाखों रुपए खर्च करने होगें।