रादौर, 20 सितंबर (कुलदीप सैनी) : जठलाना क्षेत्र में अवैध खनन का खेल धड्ड्ले से जारी है। खनन माफिया द्वारा दिन रात यमुनानदी में बेखौफ अवैध खनन किया जा रहा है। बावजूद इसके जिम्मेदार अधिकारी मौन है। हालाकिं क्षेत्रीय ग्रामीण कई बार अवैध खनन की शिकायत भी प्रशासनिक अधिकारियों को कर चुके है लेकिन अवैध खनन का खेल बदस्तूर जारी है। जिसके चलते अवैध खनन से जुड़े लोगों के हौंसले बुलंद है। यमुनानदी के बी-12 घाट के समीप अवैध खनन का खेल बेरोकटोक चल रहा है। यहां खनन माफिया ने यमुनानदी व किनारों पर गहरे गड्ढे बना दिए है।
यमुना नदी में अवैध खनन के खिलाफ जनहित याचिका लगाने वाले अधिवक्ता वरयाम सिंह का कहना है कि अवैध खनन ऐसा मामला नहीं है कि यह लगातार चोरी छिपे हो सके। सरेआम खनन होता है लेकिन अधिकारी जानबूझ कर आंखे बंद किए रहते है। कई बार ग्रामीण शिकायत करते है लेकिन उनकी शिकायत पर कार्रवाई होने की बजाए उनकी पहचान माफिया को बता दी जाती है। जिससे माफिया से जुड़े लोग उनसे बैर रखने लग जाते है। हर दिन लाखों रूपए का चुना अवैध खनन करने वाले सरकार को लगा रहे है। जिससे अधिकारियों की जेबें भी गर्म हो रही है। यही कारण है कि इन पर कोई कार्रवाई नहीं होती। अवैध खनन से सरकार को चूना तो लग ही रहा है वहीं दूसरी ओर से किसानों व आबादी क्षेत्र को इसका भविष्य में खामियाजा उठाना पड़ सकता है। अवैध खनन के कारण यमुना नदी के किनारे कमजोर पड़ रहे है। वहीं दूसरी ओर यमुनानदी का रूख भी गांवो की ओर होना शुरू हो गया है। स्थिति रही तो परिणाम भयंकर हो सकते है। उन्होंने मांग की कि इस मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए और दोषियों के विरूद्ध सख्त कार्रवाई की जाए।
इस बारे जब खनन अधिकारी राजेश सांगवान से बात की गई तो उनका कहना था कि यह मामला उनकी जानकारी में नहीं है। अगर कहीं ऐसा हो रहा है तो वह जल्द ही टीम के साथ मौके का निरीक्षण करेगें। अवैध खनन को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के विरूद्ध आवश्यक कार्रवाई अमल में लाई जाएगी।