रादौर, 19 सितंबर (कुलदीप सैनी) : लंबित मांगो को पूरा करने की मांग को लेकर अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के सदस्यों ने सरकार विरोधी नारेबाजी की। आढ़तियों ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर उनकी मांगो को पूरा नहीं किया गया तो वह 21 सितंबर को सीएम हाऊस का घेराव करेगें और मांगे पूरी होने तक अपनी हड़ताल जारी रखेगें। इस दौरान वह सरकार को धान की खरीद फरोख्त में किसी भी प्रकार का सहयोग नहीं करेगें।
हरियाणा स्टेट अनाज मंडी आढ़ती एसोसिएशन के जिला प्रधान शिवकुमार, रादौर प्रधान नरेंद्र सागड़ी, कर्मबीर खुर्दबन, प्रवीन अग्रवाल, बंसीलाल सैनी, आशू आहुजा, सुभाष कांबोज, मदनलाल सैनी, मोहनलाल सैनी ने कहा सरकार लंबे समय से आढ़तियो की मांगो को पूरा करने की बजाए उन्हें टाल रही है। जिससे न केवल आढ़ती परेशान हो रहे है बल्कि किसानों को भी इसका नुकसान उठाना पड़ रहा है। उनकी मांग है कि किसानों की सभी फसलें सरकार द्वारा एमएसपी पर आढ़तियों के माध्यम से ही खरीदी जाए। आढ़त पूरी 2.5 प्रतिशत दी जाए। पिछले वर्ष से फसल का भुगतान सीधे किसानों को दिया जा रहा है। जबकि यह किसानों की इच्छा पर निर्भर होना चाहिए। ई-नेम व्यवस्था मंडियों में लागू न की जाए। सीमांत किसानों को ई खरीद पोर्टल पर रजिस्टर्ड करने के बाद भी सरकार ने उनकी फसलें नहीं खरीदी है जबकि यह सभी सीमांत किसान बहुत वर्षों से हरियाणा की मंडियों से ही जुड़े हुए हैं और उनमें से बहुत से किसान हरियाणा के ही रहने वाले है। धान सीजन में सरकार के द्वारा उनका धान नहीं खरीदने के कारण किसानों और आढ़तियों को बहुत नुकसान हुआ है। परमल धान की सरकारी खरीद 15 सितंबर से शुरू होनी चाहिए, क्योंकि आजकल जो धान की किस्मे आ रही है वो लगभग 90 दिन में तयार होने वाली है और किसान 15 जून से अपनी धान की फसल लगा देता है, जो 15 सितंबर से आनी शुरू हो जाती है। इसलिए धान की सरकारी खरीद 15 सितंबर से शुरू हो जानी चाहिए थी, जो अब जल्द से जल्द खरीद शुरू करवाई जाए। इसके अलावा भी आढ़तियों की अन्य कई मांगे है जिनकी ओर सरकार ध्यान नहीं दे रही है और इसका खामियाजा आढ़तियों व किसानों दोनों को भुगतना पड़ रहा है।