रादौर, 24 अगस्त (कुलदीप सैनी) : गांव गुमथला राव स्थित इंकलाब मंदिर में शहीद राजगुरु का जन्मदिवस मनाया गया। मंदिर संस्थापक अधिवक्ता वरयाम सिंह ने अपनी टीम के सदस्यों के साथ शहीद राजगुरु की प्रतिमा पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन किया और उनके जीवन से प्रेरणा लेकर देशहित में कार्य करने का प्रण लिया।
इस मौके पर अधिवक्ता वरयाम सिंह ने कहा कि राजगुरु के दिल में बचपन से देश के प्रति बहुत प्रेम था। वह शुरू से ही अपने देश के लिए कुछ करना चाहते थे। वाराणसी में पढ़ाई के दौरान इनका संपर्क चंद्रशेखर आजाद से हुआ। जिसने इनके देशप्रेम को इतना बढ़ा दिया कि वह देश की आजादी की लड़ाई में उनके साथ हो लिए। चंद्रशेखर आजाद उनके विचारों व भावनाओं से इतने प्रभावित हुए कि उन्हें अपने दल में मिला लिया और खुद ही राजगुरु को निशानेबाजी सिखाई। आज हम जिस आजाद देश की खुली हवा में सांस ले रहे है वह राजगुरु जैसे शहीदों की देन है। जिन्होंने अपने प्राणो की परवाह न करते हुए देश की आजादी के लिए लड़ाई लड़ी और अंग्रेजो से लोहा लिया। हमें शहीदों के बलिदान व शौर्य को हमेशा याद रखना चाहिए।