रादौर, 20 अगस्त (कुलदीप सैनी) : शिव मंदिर अंधेरिया बाग प्रबंधक कमेटी की ओर से श्री कृष्ण जन्माष्टमी महोत्सव के उपलक्ष्य में आयोजित की जा रही श्रीमद भागवत ज्ञान यज्ञ में छठें दिन श्री कृष्ण की बाल लीलाओं की कथा सुनाई गई। इससे पूर्व सुबह यज्ञ के साथ देव पूजन हुआ। महंत यमुनागिरी शास्त्री व आचार्य इंदू शेखर पराशर की अगुवाई में आयोजित की जा रही कथा में प्रवचन करते हुए कथावाचक हिमांशुधर शास्त्री ने कहा कि श्री कृष्ण ने अपनी लीलाओं से जीवन के कई संदेश दिए। हालांकि उनकी लीलाओं को अनुशरण करना आम इंसान के बस की बात नहीं है। जबकि श्रीराम का जीवन चरित्र हम सभी को अपने जीवन में धारण करना चाहिए। श्रीकृष्ण ने बाल लीला करते समय कालियां नाग का वध किया था, जो हमें संदेश देता है कि हमें अपने अंदर के विकारों व अहंकार को भी इसी प्रकार दमन करना चाहिए। अगर हमारे मन के भाव पवित्र नहीं होगें तो हम न तो ईश्वरीय भक्ति में अपना ध्यान लगा सकेगें और न ही जनकल्याण की भावना हमारें अंदर जागृत हो सकेगी। भगवान विष्णु हमेशा अपने भक्तों का कल्याण करते है। जब जब पृथ्वी पर संकट आता है तब भगवान किसी न किसी रूप में अवतार लेते है। श्रीमद भागवत कथा के सुनने मात्र से ही मनुष्य के सब दुखों का नाश होता है। इस अवसर पर महंत यमुनागिरी शास्त्री, इंदू पराशर, एनके शर्मा, राकेश शर्मा, सुभाष कांबोज, तिलकराज सैनी, उमेश सैनी, रवि प्रकाश, रूपचंद सैनी, प्रवीन बसंल, तेजपाल सैनी, विशाल चोपड़ा, प्रवीन सिंगला, वासुदेव सैनी इत्यादि मौजूद रहे।