रादौर, 13 दिसंबर (कुलदीप सैनी) : देर रात सीएम फ्लाइंग की टीम ने रादौर, गुमथला व जठलाना क्षेत्र में ओवरलोड़ वाहनों पर रेड की। टीम के क्षेत्र में पहुंचने की सूचना मिलते ही ओवरलोड़ वाहन चालकों में हड़कंप मच गया। इस दौरान टीम ने खनन सामग्री से भरे 10 ओवरलोड वाहनों को पकड़ा और उन पर करीब 11 लाख रुपए जुर्माना लगाया। इन वाहनों को पुलिस थाना रादौर में खड़ा किया गया। टीम अलसुबह तक क्षेत्र में रही। जिससे ओवरलोड़ वाहन चालक इधर उधर दुबके रहे लेकिन टीम के जाने के बाद एक बार फिर से ओवरलोड़ वाहनों का सड़कों पर दौड़ना शुरू हो गया। ओवरलोड वाहनों को लेकर उच्च न्यायालय में याचिका लगाने वाले अधिवक्ता वरयाम सिंह का कहना है कि अवैध खनन व ओवरलोड़ दोनों कुछ अधिकारियों की मिलीभगत से हो रहा है। क्योंकि गत दिनों जिला यमुनानगर में विजिलेंस की रेड में यह बात साफ हो चुकी है। बड़े-बड़े अधिकारी ओवरलोड के काले खेल में संलिप्त है। विजिलेंस ने बड़े अधिकारी को पकड़ा है। करोड़ों रुपए के भ्रष्टाचार का खुलासा हुआ है। वह लगातार शिकायत कर कहते रहे है कि ओवरलोड के इस खेल में बड़े अधिकारियों की भूमिका है। आरोप है कि इस मामले में बड़े अधिकारियों के साथ कई सफेदपोश भी शामिल है। इसलिए ही उनके द्वारा सीबीआई जांच करवाने की मांग की जा रही है। अगर मामले की सीबीआई जांच हुई तो जांच की आंच कई बड़े अधिकारियों व नेताओं तक पहुंचेगी। बता दे कि क्षेत्र की तमाम सड़कों पर खनन सामग्री से भरे ओवरलोड वाहनों का कब्जा रहता है। ओवरलोड के कारण नई बनी सड़कें भी टूट रही है। दिन हो या फिर रात खनन सामग्री से भरे ओवरलोड वाहन सड़कों पर सरपट दौड़ते हुए साफ दिखाई देते है। जब भी क्षेत्र में कोई टीम ओवरलोड वाहनों पर कार्रवाई के लिए आती है तो सोशल मीडिया ग्रुपों के माध्यम से टीम की सूचना पहले ही ओवरलोड वाहन चालकों तक पहुंच जाती है। जिस कारण टीम के हाथ मात्र कुछ वाहन ही लग पाते है।