रादौर, 30 अगस्त (कुलदीप सैनी) : राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय घिलौर में शिक्षकों की कमी को लेकर ग्रामीणों ने छात्रों के साथ स्कूल गेट पर सरकार विरोधी नारेबाजी की। ग्रामीणों का कहना है कि कक्षा 6 से 8 तक स्कूल में केवल दो अध्यापक ही रह गए है। जिससे छात्रों की शिक्षा प्रभावित होगी। ग्रामीणों के हंगामे के बाद प्रधानाचार्य उमेश दत्ता ने ग्रामीणों से बातचीत की और उनकी मांग को सरकार तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जिस पर ग्रामीणों का गुस्सा शांत हुआ।
ग्रामीण समय सिंह, बलिंद्र, संदीप, नीलम, दर्शनी, जीतो, शर्मिला व ऊषा ने बताया कि कक्षा 6 से 8 तक स्कूल में केवल संस्कृत व विज्ञान का अध्यापक ही रह गए है। जबकि हिंदी, गणित व सामाजिक विज्ञान के पद सरप्लस कर दिए गए है। इसी प्रकार कक्षा 9 से 12 तक इक्नामिक्स व साइंस के पद भी सरकार ने सरप्लस कर दिए है। जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित हो रही है। सरकारी स्कूलों में अधिकांश गरीब परिवारों के बच्चे शिक्षा लेेते है। ऐसे में अध्यापकों की कमी के कारण बच्चों की शिक्षा पर असर पड़ेगा लेकिन सरकार इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रही है। अगर सरकार ने स्कूल में अध्यापकों की संख्या पूरी नहीं की तो ग्रामीणों को इसके लिए अनिश्चितकालीन आंदोलन करने पर विवश होना पड़ेगा।