बराड़ा, 27 फरवरी (ब्यूरो) : राजकीय प्राथमिक शिक्षक संघ और हरियाणा विद्यालय अध्यापक संघ तथा हरियाणा अनुसूचित जाति राजकीय अध्यापक संघ के संयुक्त तत्वावधान में एसडीएम कार्यालय बराड़ा में अध्यापकों व मिड डे मील वर्करो ंने लगभग पिछले 4 महीने से वेतन न मिलने के विरोध में सांकेतिक धरना दिया और ज्ञापन सौंपा। इस अवसर पर संघ के नेताओं ने सरकार की कर्मचारी विरोधी नीतियों का विरोध करते हुए सरकार के विरुद्ध जमकर नारेबाजी की। धरने की अध्यक्षता कर रहे खंड प्रधान तरविंदर शर्मा ने बताया कि ई पोस्टिंग डाटा पूरा करने में अध्यापक सीधे तौर पर कहीं भी उत्तरदाई नहीं है। उसके बावजूद भी उनकी सैलरी रोक दी गई है जोकि अन्यायपूर्ण व गैर संवैधानिक है। उन्होंने कहा कि सेलरी न मिलने के कारण सब परेशान है। उन्होनें कहा कि सरकार जानबूझ कर कर्मचारियों के साथ ऐसा व्यवहार कर रही है ताकि कर्मचारी सडक़ों पर उतरे। उन्होंने कहा कि सरकारी तंत्र की खामियों का नतीजा वह लोग भुगत रहे है। टीचरों को वेतन न मिलने से उनकी समाज में छवि धुमिल हो रही है। मिड डे मील वर्कर प्रधान ममतेश चौहान ने कहा कि पिछले 4 महीने से तनख्वाह न मिलने के कारण उन्हें अपने घरों का गुजारा चलाना मुश्किल हो रहा है। सरकार को इस समस्या का जल्द हल निकालना चाहिए। अध्यापक संघ के संयुक्त मोर्चा ने कहा कि यदि शीघ्र ही उनकी सैलरी नहीं दी गई तो वह नियमिति रूप से भूख हड़ताल करने को विवश हो जायेगें। जिसकी जवाबदेही सरकार की होगी। युनियन नेताओं ने एसडीएम बराड़ा को अपना मांगपत्र भी सौंपा। इस मौके पर रामपाल, धनपत, यशपाल, विकास, सुनील चावला, सुभाष कुमार, धर्मेंद्र शर्मा, दिनेश कुमार, संजीव कुमार, राज कुमार, रेखा, रीना, नीतू, हरविंदर कौर, सुमन, नरेंद्र कौर, पुष्पा देवी, बंसीलाल, सुखबीर, बबली आदि भारी संख्या में अध्यापक मौजूद रहे।